Karanbir Arrested: दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने बब्बर खालसा से जुड़े ग्रेनेड हमले के आरोपी करणबीर को किया गिरफ्तार
रिपोर्ट: हेमंत कुमार
नई दिल्ली: प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) से जुड़े एक महत्वपूर्ण आरोपी करणबीर उर्फ करण को दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने पंजाब के गुरदासपुर से गिरफ्तार किया है। 22 वर्षीय करणबीर पर अप्रैल 2025 में पंजाब के बटाला स्थित किला लाल सिंह थाने पर हुए ग्रेनेड हमले में शामिल होने का आरोप है। इसके साथ ही वह दिल्ली में स्पेशल सेल थाने में दर्ज एक आर्म्स एक्ट केस में भी वांछित था।
इस पूरे ऑपरेशन का नेतृत्व स्पेशल सेल के निरीक्षक सतीश राणा और अशोक कुमार भड़ाना ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हृदय भूषण और राहुल विक्रम के निर्देशन में किया। आरोपी को 26 जुलाई 2025 को अमृतसर के चनानके गांव से पकड़ा गया।
ऑपरेशन की पृष्ठभूमि
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मामलों में सक्रिय खुफिया कार्य के तहत BKI से जुड़े कई संदिग्धों की तलाश शुरू की थी। इसी क्रम में 22 जुलाई 2025 को मध्य प्रदेश के इंदौर से एक अन्य आरोपी आकाशदीप उर्फ बज़ को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में पता चला कि वह भी बटाला के किला लाल सिंह थाने पर 7 अप्रैल 2025 को हुए ग्रेनेड हमले में शामिल था।
इस हमले की जिम्मेदारी सोशल मीडिया के जरिए बब्बर खालसा से जुड़े आतंकियों हैप्पी पासिया, मन्नू अगवान और गोपी नवांशहरिया ने ली थी और साथ ही दिल्ली में आतंकी हमले की धमकी भी दी थी।
आकाशदीप से पूछताछ और तकनीकी विश्लेषण के बाद करणबीर का नाम सामने आया, जिसे तुरंत एक विशेष टीम द्वारा पंजाब के गुरदासपुर से गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे
करणबीर ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह विदेश में बैठे BKI हैंडलर के संपर्क में था और सोशल मीडिया ऐप्स के माध्यम से लगातार आतंकवादी गतिविधियों के निर्देश प्राप्त कर रहा था। उसने बताया कि उसने 2024 में एक पश्चिम एशियाई देश की यात्रा की थी, जहां उसे ग्रेनेड हमले की योजना और फंडिंग मिली थी।
इतना ही नहीं, उसने हमले से पहले अपने घर पर दो अन्य आतंकियों को ठहराया था, जिन्होंने बटाला थाने पर ग्रेनेड फेंका। करणबीर का भाई गुरसेवक पहले ही इस मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है।
आगे की कार्रवाई
करणबीर को फिलहाल स्पेशल सेल द्वारा दर्ज आर्म्स एक्ट मामले में गिरफ्तार किया गया है, लेकिन उसने एनआईए द्वारा जांच किए जा रहे ग्रेनेड हमले में अपनी संलिप्तता भी स्वीकार की है। पुलिस का कहना है कि वह अभी भी विदेश में बैठे मास्टरमाइंड और अन्य सह-आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है।


