रिपोर्ट: हेमंत कुमार
Devender Yadav Statement: जनता मजदूर कॉलोनी हादसे पर कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव का हमला – मृतकों को 10 लाख मुआवजे की मांग, AAP-BJP पर लगाया अनाधिकृत निर्माण को बढ़ावा देने का आरोप
Devender Yadav Statement: जनता मजदूर कॉलोनी हादसे पर कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव का हमला – मृतकों को 10 लाख मुआवजे की मांग, AAP-BJP पर लगाया अनाधिकृत निर्माण को बढ़ावा देने का आरोप
नई दिल्ली, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने सीलमपुर की जनता मजदूर कॉलोनी में इमारत ढहने से हुई चार मौतों और आजाद मार्केट में मेट्रो टनल के कारण इमारत गिरने से एक व्यक्ति की मौत पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने दोनों घटनाओं को सरकार की लापरवाही और प्रशासनिक असंवेदनशीलता का नतीजा बताया।
देवेंद्र यादव ने कहा कि इन 5 मौतों के लिए जिम्मेदार अधिकारियों और बिल्डरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होनी चाहिए और मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जानी चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि जब राजधानी में ऐसी भीषण त्रासदी हुई, तो मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता अब तक घटनास्थल पर क्यों नहीं पहुंचीं। इसे उन्होंने दिल्ली के गरीब नागरिकों के प्रति मुख्यमंत्री की असंवेदनशीलता करार दिया।
मुआवजा और जवाबदेही की मांग
यादव ने मांग की कि:
जनता मजदूर कॉलोनी हादसे में मृतकों के परिजनों को ₹10-10 लाख और घायलों को ₹2-2 लाख मुआवजा दिया जाए।
आजाद मार्केट हादसे में मेट्रो द्वारा दिए गए ₹5 लाख मुआवजे को अपर्याप्त बताया और पुनर्विचार की मांग की।
बीजेपी और AAP दोनों को बताया जिम्मेदार
देवेंद्र यादव ने बीजेपी और आम आदमी पार्टी दोनों पर अनाधिकृत निर्माण को बढ़ावा देने और लैंटर माफिया से सांठगांठ का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि:
“15 साल पुरानी बिल्डिंग अगर ताश के पत्तों की तरह गिर जाए, तो इससे पता चलता है कि निगम में बिल्डरों से मिलीभगत कितनी गहरी है। खतरनाक इमारतों की पहचान तो होती है, लेकिन डिमोलिशन तब तक नहीं होता जब तक घूस न दी जाए।”
उन्होंने दावा किया कि पिछले 11 सालों में सीलमपुर और मुस्तफाबाद में AAP और बीजेपी के विधायकों के संरक्षण में भारी संख्या में अवैध निर्माण हुए हैं। भ्रष्टाचार और मकान मालिकों से मिलीभगत के कारण निगम खतरनाक इमारतों पर कार्रवाई नहीं करता।
पुराने हादसों की याद
देवेंद्र यादव ने जनवरी और अप्रैल के भीषण हादसों का ज़िक्र करते हुए कहा कि:
जनवरी में बुराड़ी में पांच मंजिला निर्माणाधीन इमारत गिरने से 5 मौतें हुई थीं।
अप्रैल में मुस्तफाबाद में इमारत गिरने से 11 लोगों की जान गई थी।
नीतिगत विफलता का आरोप
देवेंद्र यादव ने कहा कि दिल्ली में AAP और बीजेपी की विधायक-पालिका गठजोड़ ने एक बिल्डर लॉबी को संरक्षण दिया है, जिसकी वजह से गरीब बस्तियों में जानलेवा निर्माण कार्य हो रहे हैं।
मुख्य मांगें संक्षेप में:
मृतकों को ₹10 लाख, घायलों को ₹2 लाख मुआवजा
मेट्रो हादसे में मृतक को ₹5 लाख की बजाय उचित मुआवजा
मुख्यमंत्री की मौन चुप्पी पर सवाल
AAP-BJP पर मिलीभगत और लापरवाही के आरोप
उच्च स्तरीय जांच और एफआईआर की मांग
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🔶श्री सतीश गोलचा जी, IPS को दिल्ली पुलिस आयुक्त के रूप में कार्यभार संभालने पर हार्दिक बधाई @CPDelhi#DPUpdates pic.twitter.com/luIN3fgeTA
— Delhi Police (@DelhiPolice) August 22, 2025


