Cyber Security: आज का साइबर सुरक्षा विचार: 𝕏 चैट – क्या सच में सुरक्षित है?
रिपोर्ट: हेमंत कुमार
डिजिटल युग में गोपनीयता ही सबसे बड़ी शक्ति है, लेकिन हर चैट ऐप इसे समान रूप से नहीं देता। हाल ही में एलन मस्क द्वारा आधिकारिक तौर पर 1 जून 2025 को लॉन्च किया गया 𝕏 चैट (पूर्व में ट्विटर का हिस्सा) इस दिशा में नया विकल्प प्रस्तुत करता है। यह ऐप एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग, गायब होने वाले संदेश, और ऑडियो/वीडियो कॉल जैसी सुविधाएँ देता है, और दावा करता है कि इसके उपयोग के लिए मोबाइल नंबर साझा करना आवश्यक नहीं है।
इसका मतलब यह है कि उपयोगकर्ता पहचान केवल आपके X अकाउंट के जरिए होती है, जिससे सिम आधारित धोखाधड़ी और स्पूफिंग से सुरक्षा मिल सकती है। एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन के जरिए केवल संदेश भेजने और प्राप्त करने वाले ही सामग्री पढ़ सकते हैं, और गायब होने वाले संदेश अस्थायी गोपनीयता सुनिश्चित करते हैं। इसके अलावा, ऐप X प्लेटफॉर्म में एकीकृत है और क्रॉस-डिवाइस सिंक के जरिए मोबाइल और डेस्कटॉप पर सहज उपयोग की सुविधा देता है।
लेकिन विशेषज्ञों की चेतावनी भी महत्वपूर्ण है। Signal या WhatsApp की तरह 𝕏 चैट अपने सर्वर पर निजी कुंजियाँ स्टोर करता है, जिससे एन्क्रिप्शन का भरोसा पूरी तरह से सुरक्षित नहीं माना जा सकता। कोई ओपन-सोर्स ऑडिट या पारदर्शिता रिपोर्ट उपलब्ध नहीं है, जिससे सुरक्षा दावों की स्वतंत्र पुष्टि करना मुश्किल है। इसके अतिरिक्त, X के व्यापक डेटा इकोसिस्टम से जुड़े होने के कारण मेटाडेटा ट्रैकिंग और व्यवहार विश्लेषण की आशंका बनी रहती है।
सरल शब्दों में, 𝕏 चैट सतही गोपनीयता और सुविधा तो देता है, लेकिन संवेदनशील वार्तालापों—जैसे पत्रकारिता, सामाजिक कार्य, वित्तीय लेन-देन या कानून से जुड़े मामलों—के लिए Signal, WhatsApp या Threema जैसे सिद्ध और स्वतंत्र ऑडिट वाले एन्क्रिप्टेड ऐप्स अधिक सुरक्षित विकल्प हैं।
नागरिक सुझाव:
- हमेशा पूछें: एन्क्रिप्शन कुंजियाँ किसके पास हैं?
- क्या ऐप ओपन-सोर्स है?
- क्या कंपनी आपके संदेश पढ़ सकती है?
जागरूकता ही पहली सुरक्षा है। साइबर सुरक्षित रहें और दूसरों को भी सशक्त बनाएं।


