Delhi Hospital Scam हॉस्पिटल घोटाले पर चुप क्यों है भाजपा? कांग्रेस ने पूछा केजरीवाल पर मेहरबानी का राज
रिपोर्ट: हेमंत कुमार
नई दिल्ली, 26 जून 2025 – दिल्ली के बहुचर्चित हॉस्पिटल घोटाले पर राजनीतिक तूफान थमता नहीं दिख रहा है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री देवेंद्र यादव ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और भाजपा पर तीखा हमला करते हुए कई गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा, आम आदमी पार्टी (AAP) के भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने का काम कर रही है, और केजरीवाल पर अब तक कोई कानूनी कार्रवाई न होना इस साठगांठ का सबसे बड़ा प्रमाण है।
देवेंद्र यादव ने कहा कि दिल्ली सरकार के हॉस्पिटल घोटाले में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज और जेल में बंद पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धारा 17ए के तहत मामला दर्ज हो चुका है। यह मामला कोविड-19 महामारी के दौरान सरकारी अस्पताल परियोजनाओं में हुई व्यापक अनियमितताओं, वित्तीय घोटालों और ठेकेदारों से मिलीभगत से जुड़ा है। कांग्रेस नेता ने इस पूरे घोटाले के केंद्र में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बताया और पांच बड़े सवाल उठाए हैं, जिनका जवाब भाजपा और केंद्र सरकार से मांगा गया है।
उन्होंने पहला सवाल किया कि जब अरविंद केजरीवाल खुद इस घोटाले के सूत्रधार हैं, तो उनके खिलाफ अब तक एफआईआर क्यों नहीं दर्ज हुई? अगर सौरभ भारद्वाज और सत्येंद्र जैन के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है, तो केजरीवाल को क्यों छोड़ा जा रहा है?
दूसरा सवाल किया गया कि आखिर सीबीआई इस गंभीर घोटाले की जांच से दूर क्यों है? उन्होंने सवाल उठाया कि कहीं यह राजनीतिक दबाव का नतीजा तो नहीं कि इस घोटाले को भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (ACB) के हवाले कर दिया गया?
तीसरा सवाल उपराज्यपाल और अधिकारियों की भूमिका पर था। यादव ने पूछा कि जब पूरा तंत्र भ्रष्टाचार में शामिल था, तो उस समय के एलजी और अन्य जिम्मेदार अधिकारियों पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई?
चौथा सवाल भाजपा की चुप्पी पर था। देवेंद्र यादव ने कहा कि कांग्रेस ने इस घोटाले को बहुत पहले उजागर कर दिया था, लेकिन भाजपा तब मौन क्यों थी? क्या यह AAP और भाजपा के बीच गुप्त समझौते का संकेत नहीं है?
पांचवें सवाल में उन्होंने निजी ठेकेदारों की भूमिका उठाई। यादव ने आरोप लगाया कि वही ठेकेदार, जो पहले पंजाब में कांग्रेस सरकार को घेरने के लिए भाजपा के इशारे पर आरोप लगाते थे, आज दिल्ली में AAP सरकार से करोड़ों रुपये के ठेके ले रहे हैं। क्या यह नहीं दिखाता कि भाजपा और AAP के बीच मिलीभगत है?
देवेंद्र यादव ने इस पूरे मामले में निष्पक्ष, स्वतंत्र और पारदर्शी सीबीआई जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि इस जांच से राजनीतिक हस्तक्षेप को पूरी तरह दूर रखा जाना चाहिए ताकि न केवल जनता के साथ न्याय हो, बल्कि यह भी साबित हो सके कि कानून सभी के लिए एक समान है।
उन्होंने यह भी कहा कि केजरीवाल की दिल्ली की राजनीति से कथित अनुपस्थिति के बीच अब AAP एक नया चेहरा सामने ला रही है ताकि जनता का ध्यान भटकाया जा सके। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और AAP एक बार फिर मिलकर कांग्रेस को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने तीखे शब्दों में कहा कि आम आदमी पार्टी को अब भाजपा की कठपुतली बनना बंद करना चाहिए और अपने भ्रष्ट नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए, वरना जनता दोनों दलों को एक साथ सबक सिखाएगी।
यह मामला केवल एक घोटाले का नहीं, बल्कि दिल्ली की जनता के विश्वास के साथ गद्दारी का है, जिसमें भाजपा और AAP की चुप्पी और साठगांठ साफ दिखाई देती है।


