Delhi Swachhata Campaign: एनडीएमसी ने शुरू किया “दिल्ली को कूड़े से आज़ादी” अभियान, स्वच्छता की ओर ऐतिहासिक पहल
रिपोर्ट: हेमंत कुमार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “विकसित भारत @2047” और “स्वच्छ भारत मिशन” की सोच को साकार करने की दिशा में राजधानी दिल्ली ने एक और ऐतिहासिक कदम उठाया है। नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने राजधानी को स्वच्छ, हरित और कचरा मुक्त बनाने के उद्देश्य से 1 अगस्त से 31 अगस्त 2025 तक चलने वाले एक विशेष अभियान – “दिल्ली को कूड़े से आज़ादी” – की शुरुआत की है।
इस महाअभियान की औपचारिक घोषणा एनडीएमसी के अध्यक्ष केशव चंद्रा की अध्यक्षता में आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में हुई, जिसमें उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल, चिकित्सा अधिकारी शकुंतला श्रीवास्तव और एनडीएमसी के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में अभियान के लक्ष्यों, गतिविधियों और निगरानी तंत्र की विस्तृत जानकारी साझा की गई।
उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल ने कहा कि यह अभियान बापू के स्वच्छ भारत के सपने को धरातल पर उतारने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है। उन्होंने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य केवल सफाई नहीं, बल्कि जन-भागीदारी, जिम्मेदारी और डिजिटल संकल्प के माध्यम से नागरिकों को स्वच्छता के प्रति जागरूक और प्रेरित करना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि राजधानी को गंदगी से मुक्त करने के लिए सरकारी कर्मचारियों से लेकर आम नागरिक तक, सबको अपनी भागीदारी निभानी होगी।
अभियान की मुख्य विशेषताएं:
इस अभियान में सरकारी कार्यालयों, झुग्गी बस्तियों, अनधिकृत कॉलोनियों और सार्वजनिक स्थलों पर विशेष सफाई अभियान चलाया जाएगा। “सफाई अपने घर से शुरू करें” नारे के तहत सभी विभागों को अपने कार्यालय परिसर, रिकॉर्ड रूम, पार्किंग, कैंटीन और आवासीय क्षेत्रों में सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रत्येक शनिवार को विशेष सफाई अभियान उन क्षेत्रों में चलाया जाएगा जहां सफाई एक बड़ी चुनौती है। आंगनवाड़ी, स्कूल, अस्पताल, सामुदायिक केंद्र और सार्वजनिक शौचालयों में विशेष सफाई और निरीक्षण अभियान की योजना बनाई गई है।
सामाजिक भागीदारी और डिजिटल पहल:
अभियान की सफलता के लिए व्यापक जन भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए https://www.swachhata.delhi.gov.in पोर्टल लॉन्च किया गया है, जहां नागरिक डिजिटल शपथ लेकर अभियान का हिस्सा बन सकते हैं। साथ ही सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स, आरडब्ल्यूए, एनजीओ, स्कूल छात्र, कलाकार, जनप्रतिनिधियों और सेलिब्रिटीज को इस अभियान में सक्रिय भागीदारी के लिए आमंत्रित किया गया है।
नुक्कड़ नाटक, चित्रकला प्रतियोगिता, स्वच्छता आधारित निबंध लेखन, क्विज़, और सेल्फी प्वाइंट जैसी गतिविधियों के माध्यम से नागरिकों में सफाई को लेकर जागरूकता और जुड़ाव बढ़ाया जाएगा।
सरकारी कार्यालयों में विशेष कार्य:
सभी कार्यालयों में 1 अगस्त को 2 घंटे का स्वच्छता श्रमदान अनिवार्य किया गया है। इसके अतिरिक्त –
- अनुपयोगी फर्नीचर और वाहनों की नीलामी
- पुराने रिकॉर्ड्स की छंटनी और नियमानुसार निस्तारण
- सिंगल यूज़ प्लास्टिक पर प्रतिबंध
- कांच की बोतलों का उपयोग
- ई-ऑफिस को बढ़ावा देना
भागीदारी करने वाले विभाग और एजेंसियाँ:
अभियान में शिक्षा, उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य, डीयूएसआईबी, डीजेबी, पीडब्ल्यूडी, सीपीडब्ल्यूडी, डीडीए, डीएमआरसी, रेलवे, एनबीसीसी, एनएचएआई समेत सभी प्रमुख एजेंसियाँ भाग लेंगी। हर जिले में निगरानी और समन्वय के लिए ज़िलाधिकारियों को ज़िम्मेदारी दी गई है।
भविष्य की दिशा:
एनडीएमसी के उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल ने कहा कि इस अभियान के जरिए दिल्ली को देश का सबसे स्वच्छ शहर बनाने का लक्ष्य तय किया गया है। हाल ही में स्वच्छता सर्वेक्षण में एनडीएमसी को मिले सम्मान के लिए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सराहना की थी, और अब लक्ष्य है – स्वच्छता में देश में नंबर 1 बनना।


