Mobile Security Tips: मोबाइल सुरक्षा में लापरवाही न करें: आज का साइबर सुरक्षा अलर्ट
रिपोर्ट, हेमंत कुमार।
आज के डिजिटल युग में, मोबाइल फोन सिर्फ संचार का साधन नहीं, बल्कि आपकी निजी जानकारियों और डिजिटल पहचान का गेटवे बन चुका है। ऐसे में साइबर हमलों और डाटा चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। केवल कुछ मिनटों का स्मार्ट सतर्कता का अभ्यास आपको मिररिंग, स्पाइवेयर और अन्य साइबर खतरों से बचा सकता है। आज का साइबर सुरक्षा विचार आपके मोबाइल डिवाइस को सुरक्षित बनाए रखने के लिए कुछ अत्यंत जरूरी कदम साझा करता है, जिन्हें हर यूज़र को अपनाना चाहिए — चाहे वह Android उपयोगकर्ता हो या iOS।
Android 11 से 15 के लिए जरूरी सुरक्षा उपाय:
सबसे पहले, अपने Android फोन में ऐसे किसी भी ऐप की इंस्टॉलेशन को रोकें जो गूगल प्ले स्टोर से बाहर के स्रोतों से आता है। इसके लिए Settings → Apps → Special Access → Install unknown apps में जाएं और सभी अनजान ऐप्स के इंस्टॉल की अनुमति बंद कर दें। इससे किसी भी थर्ड पार्टी मिररिंग या स्पाइवेयर ऐप को अंदर आने से पहले ही रोक दिया जाएगा।
साथ ही, Google Play Protect को सक्रिय रखें। इसमें “Scan apps” और “Improve detection” को ऑन रखें, ताकि हर इंस्टॉल किए गए ऐप की ऑटोमैटिक जांच होती रहे और किसी संदिग्ध गतिविधि को समय रहते पकड़ लिया जाए।
अनावश्यक परमिशन क्लीनिंग भी बेहद जरूरी है। Settings → Privacy में जाकर यह सुनिश्चित करें कि किसी भी अनजान ऐप को स्क्रीन रिकॉर्डिंग, एक्सेसिबिलिटी या डिवाइस एडमिन जैसी संवेदनशील अनुमतियां न मिली हों। ऐसे ऐप्स तुरंत हटाएं।
यदि आपका डिवाइस कभी रूट या जेलब्रेक हुआ है, तो सिस्टम की सुरक्षा को बनाए रखने के लिए “Verified Boot” और ऑटो-वाइप जैसे फीचर्स को एक्टिव करें ताकि किसी अनधिकृत बदलाव के बाद डाटा ऑटोमैटिकली मिट जाए।
भौतिक सुरक्षा की बात करें, तो फोन का ऑटो-लॉक टाइम 15 सेकंड से अधिक न रखें। मजबूत पासफ्रेज़ और बायोमेट्रिक लॉक का उपयोग करें। साथ ही यह सेटिंग ज़रूर ऑन रखें कि 10 बार गलत पासकोड डालने पर डाटा वाइप हो जाए।
iOS और iPadOS 15 से 17 यूज़र्स के लिए सुरक्षा टिप्स:
Apple डिवाइस का उपयोग कर रहे यूज़र्स को Settings → General → VPN & Device Management में जाकर यह जांचना चाहिए कि कोई अनजान प्रोफाइल इंस्टॉल न हो। ऐसे प्रोफाइल्स अक्सर स्पाइवेयर को सिस्टम तक पहुंच देते हैं।
केवल App Store से ऐप्स इंस्टॉल करें और यदि Developer Mode या TestFlight का प्रयोग आवश्यक नहीं है, तो इन्हें अक्षम रखें। इससे अनजान ऐप्स या अज्ञात सॉफ़्टवेयर आपके डिवाइस तक नहीं पहुंच पाएंगे।
स्क्रीन टाइम सुरक्षा के तहत AirPlay, CarPlay और Remote Management जैसी सुविधाएं बंद कर दें—खासतौर पर उन यूज़र्स के लिए जो संवेदनशील जानकारी या उच्च जोखिम वाली भूमिका में हों।
iOS 16 या इससे ऊपर के डिवाइसेज़ के लिए Lockdown Mode ज़रूर एक्टिवेट करें। यह एक एक्स्ट्रा लेयर सुरक्षा देता है जो संभावित स्पाइवेयर या ज़ीरो-क्लिक अटैक्स से आपके सिस्टम की रक्षा करता है।
निष्कर्ष:
आज की साइबर दुनिया में सुरक्षित रहना अब विकल्प नहीं, बल्कि आवश्यकता बन चुका है। मोबाइल सुरक्षा के ये उपाय केवल तकनीकी सेटिंग्स नहीं हैं, बल्कि आपकी डिजिटल आज़ादी और पहचान के संरक्षक हैं। मोबाइल फोन की दुनिया में एक छोटी सी चूक भारी नुकसान का कारण बन सकती है। इसलिए सतर्क रहें, सुरक्षित रहें, और दूसरों को भी जागरूक करें।


