Guru Purnima 2025: काशी में श्रद्धा और भक्ति के साथ मना गुरुपूर्णिमा महोत्सव, शंकराचार्य जी के छायाचित्र का पूजन और शहनाई वादन से गूंजा श्रीविद्यामठ
वाराणसी, 10 जुलाई 2025 — गुरुपूर्णिमा के पावन अवसर पर आज काशी के केदारघाट स्थित श्रीविद्यामठ में एक भावपूर्ण और भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर गुरुभक्तों ने परमधर्माधीश्वर, ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज के छायाचित्र का विधिपूर्वक पूजन कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
पूजन अनुष्ठान की शुरुआत वैदिक आचार्यों—पं. ओम प्रकाश पाण्डेय, के के द्विवेदी, पं. भूपेंद्र जी, शिवकांत मिश्रा और राजन तिवारी द्वारा गुरु व्यास पूजन से हुई। इसके पश्चात शंकराचार्य जी महाराज के चरण पादुका का वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विधिवत पूजन हुआ। पूरे आयोजन के दौरान वातावरण भक्तिरस से सराबोर रहा। पूजन स्थल को विशेष रूप से सजाया गया था, जहां ब्रह्मलीन जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी और वर्तमान शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज के भव्य छायाचित्र लगाए गए, जिन पर पुष्प, मिष्ठान, फल और नैवेद्य अर्पित किया गया।
इस आध्यात्मिक आयोजन को और भी मधुर स्वरूप देते हुए प्रसिद्ध शहनाई वादक महेंद्र प्रसन्ना ने अपनी टीम के साथ मंत्रमुग्ध कर देने वाला शहनाई वादन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में मातृशक्ति की भी विशेष सहभागिता रही, जिन्होंने भजन, कीर्तन और भावनात्मक नृत्य के माध्यम से अपनी भक्ति समर्पित की।
शंकराचार्य जी महाराज के मीडिया प्रभारी संजय पाण्डेय ने जानकारी दी कि वर्तमान में शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज मुंबई में चातुर्मास व्रत अनुष्ठान में संलग्न हैं। मुंबई में कल उनके आगमन पर भव्य मंगलम शोभायात्रा निकाली गई जिसमें देशभर से हजारों संतों और श्रद्धालुओं ने भाग लिया। काशीवासी भक्तों को भले ही शंकराचार्य जी महाराज की अनुपस्थिति का थोड़ा खेद रहा, लेकिन उन्होंने श्रीविद्यामठ में गुरुपूर्णिमा महोत्सव को पूरी श्रद्धा, भक्ति और उत्साह से मनाया। सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ जुटी रही और दिनभर भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
इसी अवसर पर शंकराचार्य जी महाराज के शिष्य स्वामी केशेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज ने काशी में संकल्पपूर्वक चातुर्मास व्रत अनुष्ठान की शुरुआत की। यह अनुष्ठान पूरे चार मास तक चलेगा, जिसमें वे तप, साधना और गुरु परंपरा के संरक्षण में रत रहेंगे।
गुरुपूर्णिमा पूजन और समारोह में विशेष रूप से रमेश पाण्डेय, दीपेंद्र सिंह, रवि त्रिवेदी, रमेश उपाध्याय, हजारी कीर्ति शुक्ला, एस. के. द्विवेदी, डॉ. अभय शंकर तिवारी, अनिल तिवारी, सतीश अग्रहरी, सावित्री पाण्डेय, लता पाण्डेय, मंजरी पाण्डेय, नीलम दुबे, प्रेमा तिवारी, पूनम पांडेय, पूनम मिश्रा, लीला तिवारी, रिंकी, रामचन्द्र सिंह सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।


