Cyber Security India: भारत पर साइबर हमलों की बौछार: डिजिटल इंडिया की रफ्तार के साथ बढ़ा खतरा
Cyber Security India: भारत पर साइबर हमलों की बौछार: डिजिटल इंडिया की रफ्तार के साथ बढ़ा खतरा
रिपोर्ट – हेमंत कुमार।
भारत जिस तेज़ी से डिजिटल क्रांति की ओर बढ़ रहा है, उतनी ही तेज़ी से साइबर अपराध भी पांव पसार रहे हैं। आज का भारत सिर्फ़ आईटी पॉवरहाउस नहीं, बल्कि साइबर हमलावरों के लिए भी सबसे आकर्षक टारगेट बन चुका है। पिछले चार वर्षों में साइबर अपराधों के मामलों में लगभग 400% की वृद्धि दर्ज हुई है। यह आंकड़ा जितना चौंकाता है, उतना ही गंभीर खतरे की ओर इशारा भी करता है।
साइबर अपराध के नए हॉटस्पॉट
भारत के कई राज्य साइबर अपराधों के गढ़ के रूप में उभर रहे हैं। महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और कर्नाटक जैसे राज्य सबसे ज़्यादा प्रभावित हैं। ये इलाके न सिर्फ़ देश के टेक्नोलॉजी और बिज़नेस हब हैं, बल्कि बड़े पैमाने पर डिजिटल लेन-देन का इस्तेमाल इन्हें अपराधियों के लिए आसान निशाना बनाता है।
अपराधियों के नए हथकंडे
साइबर अपराध अब सिर्फ़ बैंकिंग फ्रॉड तक सीमित नहीं। अपराधियों ने लोगों को फंसाने के नए-नए हथकंडे ईजाद कर लिए हैं—
फेक ऐप्स और ओटीपी स्कैम
सोशल मीडिया हैकिंग और अकाउंट क्लोनिंग
नौकरी और लॉटरी के झांसे
कॉल सेंटर फ्रॉड और फिशिंग ईमेल
इसमें से ज़्यादातर अपराध संगठित गिरोहों द्वारा चलाए जा रहे हैं, जो पाकिस्तान और दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों से ऑपरेट करते हैं।
डिजिटल इंडिया की चुनौती
‘डिजिटल इंडिया’ ने करोड़ों लोगों को टेक्नोलॉजी से जोड़ा है। लेकिन यही कनेक्टिविटी अपराधियों को भी नए मौके दे रही है। तकनीक जितनी ताक़तवर हो रही है, साइबर अपराध भी उतने ही पेचीदा और अदृश्य हो रहे हैं। असली चुनौती यही है—क्या आम नागरिक उतना ही साइबर सतर्क हो पाया है, जितना डिजिटल कनेक्टेड हुआ है?
विज्ञापन तक सिमटा मंत्र
सरकार और एजेंसियां लगातार संदेश देती हैं: “सोच-समझकर क्लिक करें, अनजान लिंक से बचें, हर कदम पर सतर्क रहें।” लेकिन वास्तविकता यह है कि ये मंत्र सिर्फ़ विज्ञापनों और कॉलर ट्यून्स में सीमित होकर रह गए हैं। आम नागरिक की सोच अब भी यही है—“मेरे साथ तो ऐसा नहीं हो सकता।” जबकि असल मानसिकता होनी चाहिए—“मुझे भी सतर्क रहना चाहिए।”
आज का एक्शन पॉइंट
हर भारतीय को आज ही अपने डिजिटल जीवन में ये छोटे-छोटे कदम उठाने चाहिए:
मोबाइल और कंप्यूटर में एंटीवायरस और फायरवॉल ज़रूर इंस्टॉल करें।
2-फैक्टर ऑथेंटिकेशन या ऑथेंटिकेटर ऐप का इस्तेमाल करें।
संदिग्ध मैसेज और कॉल्स को तुरंत रिपोर्ट करें।
साइबर अपराध की शिकायत के लिए 1930 पर कॉल करें या www.cybercrime.gov.in पर जाएं।
राष्ट्र के लिए संदेश
साइबर सुरक्षा सिर्फ़ तकनीकी मुद्दा नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा का सवाल है। आज जब हर नागरिक ऑनलाइन है, तो हर व्यक्ति की सतर्कता ही भारत को सुरक्षित बना सकती है।
Get notified whenever we post something new!
🔶श्री सतीश गोलचा जी, IPS को दिल्ली पुलिस आयुक्त के रूप में कार्यभार संभालने पर हार्दिक बधाई @CPDelhi#DPUpdates pic.twitter.com/luIN3fgeTA
— Delhi Police (@DelhiPolice) August 22, 2025


