राम मंदिर पर हमले की आईएसआई की साजिश नाकाम! फरीदाबाद से आतंकी गिरफ्तार
गुजरात एटीएस और फरीदाबाद एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई, दो हैंड ग्रेनेड बरामद
गुजरात एटीएस और फरीदाबाद स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने संयुक्त ऑपरेशन में फरीदाबाद से आतंकी कनेक्शन के संदेह में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। उसके पास से दो हैंड ग्रेनेड जब्त किए गए हैं, जिन्हें सुरक्षा एजेंसियों ने तुरंत निष्क्रिय करा दिया। सूत्रों के मुताबिक, गिरफ्तार आतंकी अयोध्या के राम मंदिर पर हमले की साजिश रच रहा था। जांच एजेंसियों ने आतंकी से पूछताछ के बाद इस साजिश का खुलासा किया।
राम मंदिर पर हमले की थी साजिश
फरीदाबाद से पकड़े गए आतंकी की निशानदेही पर सुरक्षा एजेंसियों ने दो ग्रेनेड बरामद किए, जो एक खंडहर में छिपाए गए थे। आईबी के साथ मिलकर सुरक्षा एजेंसियों ने रविवार को फरीदाबाद से संदिग्ध आतंकी अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया। जांच में सामने आया कि आतंकी अब्दुल रहमान अयोध्या के मिल्कीपुर का रहने वाला है और कई संदिग्ध संगठनों से जुड़ा हुआ है। अब्दुल रहमान फ़ैजाबाद में मटन शॉप चलाता था और पेशे से ऑटो चालक भी है।
पाकिस्तान से जुड़े तार, रेकी कर चुका था आतंकी
सूत्रों के मुताबिक, अब्दुल रहमान ने कई बार राम मंदिर की रेकी की थी और तमाम जानकारी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ साझा की। जानकारी के अनुसार, वह अयोध्या से ट्रेन के जरिए फरीदाबाद पहुँचा था, जहां उसके एक हैंडलर ने उसे दो हैंड ग्रेनेड दिए। इसके बाद उसे वापस ट्रेन से अयोध्या लौटकर हमले को अंजाम देना था, लेकिन इससे पहले ही सुरक्षा एजेंसियों ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
गुप्त सूचना पर हुआ ऑपरेशन
सेंट्रल एजेंसियों के इनपुट्स के आधार पर गुजरात एटीएस और फरीदाबाद एसटीएफ ने संदिग्ध आतंकी को गिरफ्तार किया। अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी के बाद अयोध्या समेत अन्य संवेदनशील स्थानों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
खंडहर से बरामद हुए दो हैंड ग्रेनेड
पूछताछ के दौरान अब्दुल रहमान ने पाली इलाके के खंडहर मकान में छुपाए गए हथियारों की जानकारी दी। गुजरात एटीएस और फरीदाबाद पुलिस की टीम रविवार शाम को पाली इलाके में पहुँची, जहां संदिग्ध इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया गया। इस दौरान दो जिंदा हैंड ग्रेनेड बरामद किए गए। चार घंटे तक चले इस ऑपरेशन में इलाके की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी और किसी भी नागरिक को अंदर जाने की इजाजत नहीं थी।
आईएसआई की साजिश नाकाम
गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने दावा किया कि अब्दुल रहमान को आईएसआई से निर्देश मिल रहे थे और वह बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था। हालांकि, समय रहते भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने इस साजिश को नाकाम कर दिया। सुरक्षा एजेंसियां अब्दुल रहमान के अन्य संपर्कों की भी जांच कर रही हैं ताकि इस आतंकी नेटवर्क का पूरा खुलासा किया जा सके।