NDMC Kiosk Redevelopment: NDMC का कियोस्क रिडेवलपमेंट मिशन, विकसित भारत @2047 विज़न के तहत राजधानी को मिलेगा नया रूप
रिपोर्ट: हेमंत कुमार
नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) ने राजधानी के सौंदर्यीकरण और बुनियादी ढांचे को आधुनिक स्वरूप देने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण पहल की शुरुआत की है। यह पहल माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रस्तुत विकसित भारत @2047 विज़न के अनुरूप है, जिसके तहत NDMC अपने क्षेत्र में स्थित सभी पुराने कियोस्कों को नया, आधुनिक और सुंदर रूप देने जा रही है।
NDMC के उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल ने 27 जुलाई 2025 को जानकारी देते हुए बताया कि NDMC क्षेत्र में स्थित अधिकतर कियोस्क 50 साल से भी पुराने हैं और अब उनकी संरचना समय के साथ जीर्ण हो चुकी है। शहर की छवि को एक समान, व्यवस्थित और सुंदर बनाने के लिए अब इन कियोस्कों को नए सिरे से डिज़ाइन किया जाएगा।
श्री चहल ने बताया कि इस परियोजना के पहले चरण में 50 कियोस्कों को नया स्वरूप दिया जाएगा। उसके बाद चरणबद्ध तरीके से 200 से 250 और कियोस्कों को स्मार्ट सिटी की अवधारणा के अनुसार एक जैसे और आधुनिक डिज़ाइन में विकसित किया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि NDMC का आर्किटेक्चर विभाग पहले से ही इन कियोस्कों के लिए आकर्षक और उपयोगी डिज़ाइन तैयार करने में जुटा हुआ है। जैसे ही डिज़ाइन को अंतिम रूप मिलेगा, निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
इस योजना के ज़रिए NDMC सिर्फ कियोस्कों को नया रूप नहीं दे रही, बल्कि राजधानी की समग्र छवि को और बेहतर बनाने की दिशा में कार्य कर रही है। यह पहल दिल्ली को एक साफ़-सुथरा, आधुनिक, और पर्यटकों के अनुकूल शहर बनाने की दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही है।
कुलजीत सिंह चहल ने कहा, “विकसित भारत @2047 का यह रोडमैप हमें हर सार्वजनिक स्थान को नए सिरे से सोचने और नवीनीकरण करने की प्रेरणा देता है। NDMC द्वारा शुरू की गई यह परियोजना केवल सौंदर्यीकरण तक सीमित नहीं, बल्कि यह एक सुव्यवस्थित, नागरिकों की सुविधा के अनुसार और विश्वस्तरीय राजधानी की परिकल्पना की नींव है।”
इस योजना के अंतर्गत न केवल कियोस्कों का स्वरूप बदलेगा, बल्कि उनकी अवस्थिति, नागरिकों की पहुंच, बिजली-पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं, डिजिटल सेवाओं की उपलब्धता और सफाई व्यवस्था को भी सुदृढ़ किया जाएगा। इसके माध्यम से न सिर्फ छोटे व्यवसायियों को बेहतर अवसर मिलेंगे, बल्कि दिल्ली का हर नुक्कड़ भी विकसित भारत की सोच का हिस्सा बनेगा।


