प्रयागराज कुंभ 2025: 324 कुंडीय गौ प्रतिष्ठा यज्ञ का शुभारंभ
प्रयागराज, 16 जनवरी 2025: कुंभ मेले के दौरान प्रयागराज के सेक्टर 19 में स्थित दक्षिण पट्टी, मोरी मार्ग पर 15 जनवरी को 324 कुंडीय गौ प्रतिष्ठा यज्ञ का भव्य शुभारंभ हुआ। इस आयोजन का नेतृत्व जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती 1008 जी के सान्निध्य में किया जा रहा है।
यज्ञ का शुभारंभ
यज्ञ की शुरुआत गौ दर्शन और गौ पूजन से हुई। इस अवसर पर पूरे पंडाल में गौमाता की जयकारों से माहौल भक्तिमय हो उठा। सैकड़ों छोटे बच्चों ने पारंपरिक वेशभूषा में जगद्गुरु शंकराचार्य जी का स्वागत किया।
यज्ञ की विशेषताएं
- यह यज्ञ 324 कुंडीय यज्ञशाला में आयोजित किया जा रहा है, जो कुंभक्षेत्र की सबसे बड़ी यज्ञशाला है।
- यज्ञ में 1100 विद्वान पंडितों द्वारा मंत्रोच्चार और आहुतियां दी जा रही हैं।
- एक महीने के दौरान इस यज्ञ में सवा दो करोड़ से अधिक आहुतियां अर्पित की जाएंगी।
- यज्ञ का प्रबंधन दिल्ली निवासी अनिल भारद्वाज दीक्षित और उनके परिवार द्वारा किया जा रहा है।
- मुख्य यजमान अनिल भारद्वाज के पुत्र दिव्य रतन दीक्षित और उनकी पुत्रवधु गार्गी दीक्षित भारद्वाज हैं।
गौमाता को राष्ट्रमाता बनाने की अपील
जगद्गुरु शंकराचार्य जी ने इस यज्ञ के माध्यम से एक महत्वपूर्ण संदेश दिया। उन्होंने कहा, “हमारे देश के 543 सांसद यहां आएं और इस यज्ञशाला की परिक्रमा करें। इसके साथ ही यह घोषणा करें कि गौमाता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाने का प्रयास करेंगे।”
प्रदक्षिणा का महत्व
यज्ञशाला के बाहर आने वाले श्रद्धालु यज्ञकुंड की परिक्रमा कर सकते हैं। मान्यता है कि इस प्रदक्षिणा से भी पुण्य की प्राप्ति होती है।