Shankaracharya Statement: “गौहत्या के पाप से हिन्दू अपमानित हो रहा है: शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती”
रिपोर्ट: आशीष कुमार
किशनगंज (बिहार), ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने मंगलवार को बिहार के किशनगंज में गौमतदाता संकल्प सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज हिंदू समाज अपने ही देश में अपमानित हो रहा है और इसका मुख्य कारण गौहत्या का पाप है। उन्होंने कहा कि गोकशी रोकना और गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित करना प्रत्येक सनातनधर्मी का संकल्प होना चाहिए।
सभा में उमड़ी भारी भीड़ को संबोधित करते हुए शंकराचार्य जी महाराज ने कहा कि अब समय आ गया है कि हर सनातनधर्मी यह निश्चय करे कि केवल वही राजनेता या राजनीतिक दल उसका वोट पाने का अधिकारी है जो गोकशी पर प्रतिबंध लगाने और गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित कराने की शपथपत्र देकर जनता के बीच आए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि हिंदू समाज ने इस दिशा में दृढ़ कदम नहीं उठाया तो वह दिन दूर नहीं जब हिंदू परिवारों के बच्चे भी गौमांस खाने लगेंगे।
शंकराचार्य जी महाराज ने कहा कि गौहत्या को सहना ही हिंदू न होने की निशानी है। इसलिए गौहत्या को बढ़ावा देने वाले किसी भी नेता या दल को समर्थन नहीं करना चाहिए। उन्होंने अपील की कि हर हिंदू अपने घर के बाहर बोर्ड लगाकर लिखे – “यह हिंदू घर है, कृपया गोहत्यारी पार्टी और प्रत्याशी हमसे वोट की उम्मीद न करें।” उन्होंने स्पष्ट किया कि वे राजनीतिज्ञ नहीं हैं, बल्कि उनकी केवल यही इच्छा है कि सनातन धर्मावलंबी गौहत्या के पाप से बच सकें।
उन्होंने वर्तमान राजनीति पर प्रहार करते हुए कहा कि आज अधर्मी राजनेता अपने स्वार्थ के लिए गौमाता के टुकड़े-टुकड़े कर बेच रहे हैं। इसलिए गौभक्तों को चुनाव लड़ाया जा रहा है ताकि राजनीति में सनातनी प्रभाव स्थापित हो सके। उन्होंने कहा कि नेताओं की सबसे बड़ी कमजोरी वोट है और जब यह महसूस होगा कि गोकशी करने पर सत्ता से हाथ धोना पड़ेगा तो वही नेता कल से स्वयं को गोभक्त दिखाने के लिए सींग लगाकर घूमने लगेंगे।
सभा के बाद शंकराचार्य जी महाराज ने किशनगंज में मनोज गट्टानी के आवास पर रात्रि विश्राम किया, जहां गट्टानी परिवार ने उनके चरण पादुका का पूजन और आरती उतारी। इसी तरह विवेक शर्मा ने भी पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। देर शाम वे स्वर्गीय पं. कृष्णानंद उपाध्याय के घर पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
गौमतदाता संकल्प यात्रा के इस कार्यक्रम में संयोजक स्वामी प्रत्यक्चैतन्यमुकुंदानंद गिरी महाराज, दीपक शर्मा, मनीष जलान, ललित मित्तल, छोटू पासवान, अखिलेश ब्रह्मचारी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। सभा के अंत में घोषणा की गई कि शंकराचार्य जी महाराज का अगला रात्रि विश्राम पूर्णिया में होगा।
यह धर्मांदोलन अब बिहार से होते हुए अन्य राज्यों में भी आगे बढ़ेगा, और शंकराचार्य जी महाराज ने आश्वस्त किया कि गौमाता की रक्षा हेतु यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक गोकशी पर पूर्ण प्रतिबंध और गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित नहीं कर दिया जाता।


