Cyber Fraud India: आज का साइबर सुरक्षा विचार: भारतीय युवाओं को निशाना बनाते साइबर और रोजगार घोटाले
रिपोर्ट: हेमंत कुमार
नई दिल्ली: भारत में युवाओं को निशाना बनाने वाले अंतरराष्ट्रीय और डिजिटल रोजगार घोटाले तेजी से बढ़ रहे हैं। ये घोटाले युवाओं को धोखे, दबाव और साइबर अपराध नेटवर्क के ज़रिए फंसा रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार ये प्रमुख रूप से तीन खतरनाक क्षेत्रों में फैल रहे हैं:
1. ईरान में फर्जी नौकरी के ऑफर – अपहरण और फिरौती तक
• ठग एजेंट युवाओं को वीज़ा-मुक्त प्रवेश और आकर्षक नौकरियों का झांसा देकर ईरान बुलाते हैं।
• वहां पहुंचते ही अपराधी गिरोह उन्हें अगवा कर लेते हैं और परिवार से भारी फिरौती मांगते हैं।
• लक्षित युवा मुख्य रूप से समुद्री या तकनीकी नौकरी की तलाश में निकले छात्र और नए स्नातक हैं।
• विदेश मंत्रालय ने चेताया है कि ईरान में वीज़ा-मुक्त प्रवेश केवल पर्यटन के लिए है, नौकरी के वादे अपराध से जुड़े हो सकते हैं।
2. वर्क-फ्रॉम-होम फर्जी नौकरियां – हजारों युवा फंसे
• ठग Meesho या Amazon जैसी कंपनियों के नाम पर घर बैठे काम का ऑफर देते हैं।
• शुरुआत में छोटे भुगतान कर विश्वास बनाते हैं, फिर बड़ी रकम ठग लेते हैं।
• प्रमुख हथकंडे: नकली इंटरव्यू, टास्क आधारित भुगतान, ट्रेनिंग फीस या क्रिप्टो निवेश की मांग, भावनात्मक दबाव।
• लक्षित समूह: 19–40 वर्ष के युवा, विशेषकर छात्र और नए स्नातक।
3. दक्षिण-पूर्व एशिया में अवैध रूप से भेजे गए युवा – साइबर गुलामी
• पीड़ितों को डेटा एंट्री या टेक जॉब के नाम पर कंबोडिया, म्यांमार, लाओस, थाईलैंड ले जाया जाता है।
• वहां उन्हें हथियारबंद निगरानी में साइबर ठगी और ब्लैकमेल के लिए मजबूर किया जाता है।
• संकट की गंभीरता: 29,000 से अधिक भारतीय लापता, क्रिप्टो स्कैम, रोमांस फ्रॉड, डिजिटल ब्लैकमेल।
• रिहाई के लिए ₹6 लाख तक की फिरौती मांगी जाती है।
• तस्करी के रास्ते: अक्सर दुबई या थाईलैंड के ज़रिए कानूनविहीन क्षेत्रों में ले जाया जाता है।
रणनीतिक उपाय और समाधान
रोकथाम और जागरूकता
• सोशल मीडिया, WhatsApp और जॉब पोर्टल्स पर द्विभाषी चेतावनी जारी।
• हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं में साइबर हाइजीन गाइड का प्रचार।
• eMigrate पोर्टल और ट्रैवल प्लेटफॉर्म में स्कैम अलर्ट जोड़ना।
युवाओं को शिक्षित करना
• कॉलेज ओरिएंटेशन और स्किल सेंटर में स्कैम जागरूकता शामिल।
• “आसान पैसा” के भ्रम को तोड़ने के लिए शिक्षकों और प्रभावशाली लोगों से साझेदारी।
तकनीकी और प्रवर्तन उपाय
• फर्जी नौकरी विज्ञापन और फ़िशिंग डोमेन की AI आधारित पहचान।
• स्कैम नेटवर्क से जुड़े क्रिप्टो वॉलेट और म्यूल अकाउंट्स की निगरानी।
• कानून प्रवर्तन और इमिग्रेशन अधिकारियों के बीच समन्वय बढ़ाना।
पीड़ितों की सहायता और बचाव
• दूतावासों द्वारा बचाव अभियान और हेल्पलाइन की दृश्यता।
• वीज़ा डेटा से लापता व्यक्तियों का डिजिटल रजिस्टर।
• बचाए गए पीड़ितों को कानूनी सहायता और पुनर्वास।
साइबर अपराध अब छिपा हुआ खतरा नहीं है, बल्कि यह एक सुनियोजित और अंतरराष्ट्रीय स्तर का संकट बन चुका है।


