WhatsApp Passkey: WhatsApp पासकी से मिलेगी बुलेटप्रूफ सुरक्षा, ऐसे करें एक्टिवेट
रिपोर्ट: हेमंत कुमार
आज के डिजिटल युग में साइबर अपराधियों के तरीके लगातार बदलते जा रहे हैं और SIM स्वैप फ्रॉड, फिशिंग, व OTP इंटरसेप्शन जैसे खतरे तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में WhatsApp ने अपने यूज़र्स की सुरक्षा के लिए एक अत्याधुनिक फीचर “पासकी” (Passkey) पेश किया है, जो आपके अकाउंट को इन खतरों से बचाने का बेहद मजबूत और फिशिंग-प्रूफ तरीका है। यह सिस्टम पारंपरिक पासवर्ड और SMS कोड की जगह डिवाइस के बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन—जैसे फिंगरप्रिंट, फेस अनलॉक या स्क्रीन लॉक—का इस्तेमाल करता है, जिससे हैकर्स के लिए आपका अकाउंट दूर से हैक करना लगभग असंभव हो जाता है, भले ही उनके पास आपका SMS कोड पहुंच में हो।
पासकी आपके डिवाइस में सुरक्षित रूप से स्टोर होती है और Google या iCloud अकाउंट के माध्यम से क्लाउड में सिंक रहती है, ताकि आप इसे अपने अन्य डिवाइस पर भी इस्तेमाल कर सकें। इस तकनीक की सबसे खास बात यह है कि यह फिशिंग-प्रूफ है—यानि कोई भी आपको पासकी देने के लिए धोखा नहीं दे सकता, और यह SMS पर निर्भरता खत्म कर देती है, जिससे SIM स्वैप और OTP चोरी की आशंका खत्म हो जाती है।
ऐसे करें WhatsApp में पासकी एक्टिवेट
सबसे पहले Google Play Store या Apple App Store पर जाकर WhatsApp को अपडेट करें ताकि आपको लेटेस्ट वर्जन में पासकी सपोर्ट मिल सके। फिर ऐप खोलकर ऊपर दाईं ओर तीन डॉट्स टैप करें और Settings → Account → Passkeys पर जाएं। यहां “Create a Passkey” पर टैप करें, इसके बाद WhatsApp आपसे आपके डिवाइस की बायोमेट्रिक पहचान या स्क्रीन लॉक से पुष्टि मांगेगा। फेस आईडी, फिंगरप्रिंट या PIN से पुष्टि करने के बाद पासकी आपके डिवाइस में सेव हो जाएगी और क्लाउड अकाउंट से सिंक हो जाएगी।
एक बार सेटअप पूरा होने के बाद, इसे टेस्ट करने के लिए WhatsApp से लॉग आउट करें और फिर से लॉग इन करें। अब SMS कोड की जगह आपको पासकी से लॉगिन करने का विकल्प मिलेगा, जिसमें केवल एक टैप और बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन से तुरंत लॉगिन हो जाएगा।
क्यों है पासकी ज़रूरी
पासकी से आपका अकाउंट न केवल तेज़ी से बल्कि पहले से कहीं अधिक सुरक्षित तरीके से एक्सेस किया जा सकता है। यह फिशिंग-प्रूफ है, SMS पर निर्भरता खत्म करती है, बायोमेट्रिक सुरक्षा देती है और सभी डिवाइस पर एकसमान सुरक्षा प्रदान करती है। अधिकतम सुरक्षा के लिए आपको पासकी के साथ-साथ टू-स्टेप वेरिफिकेशन (PIN + ईमेल), डिवाइस लॉक और लिंक्ड डिवाइस की नियमित जांच भी करनी चाहिए।
आज के दौर में आपकी जागरूकता ही आपकी सबसे मजबूत फ़ायरवॉल है, और WhatsApp पासकी इसका सबसे बड़ा हथियार है।


