Delhi Crime Branch: जहांगीरपुरी गैंगवार: सात महीने से फरार हत्यारोपी विपिन को क्राइम ब्रांच ने दबोचा
रिपोर्ट: हेमंत कुमार
दिल्ली के जहांगीरपुरी में सात महीने पहले दो कुख्यात गैंगों के बीच हुई हिंसक भिड़ंत ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी थी। इस घटना में गोली लगने से एक युवक की मौत हो गई थी और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हुए थे। अब इस सनसनीखेज हत्याकांड में वांछित चल रहे आरोपी विपिन को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है।
गिरफ्तारी क्राइम ब्रांच की एनआर-द्वितीय यूनिट द्वारा की गई। आरोपी की पहचान 32 वर्षीय विपिन पुत्र शिवलाल के रूप में हुई है, जो जहांगीरपुरी के डी-1004 में रहता है। वह 20-21 अक्टूबर 2024 की रात हुए गैंगवार में शामिल था और तभी से फरार चल रहा था। इस मामले में दो एफआईआर – 639/24 और 640/24 – दर्ज की गई थीं, जिनमें विपिन एफआईआर 640/24 के तहत वांछित था।
घटना की रात, दो प्रतिद्वंद्वी गैंग — प्रिंस गैंग और नरेंद्र गैंग — के बीच पुराने झगड़े को लेकर हिंसक झड़प हुई थी। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर गोलियां और चाकू से हमले किए। गोली लगने से प्रिंस गैंग का सदस्य दीपक पत्रकार मारा गया, जबकि नरेंद्र गिरोह से नरेंद्र को चाकू मारा गया और सूरज को गोली लगी। इस हिंसक टकराव के चलते क्षेत्र में दहशत फैल गई थी।
गंभीरता को देखते हुए पुलिस आयुक्त (अपराध) हर्ष इंदौरा के निर्देश पर एक विशेष टीम गठित की गई, जिसमें एसआई प्रदीप दहिया, एसआई पंकज सरोहा, एसआई सुखविंदर सिंह, एचसी नितिन, एचसी राज, एचसी अजय और सिपाही योगेन्द्र शामिल थे। टीम का नेतृत्व इंस्पेक्टर संदीप स्वामी और एसीपी नरेंद्र सिंह ने किया।
5 जून 2025 को एचसी नवल को एक खुफिया सूचना मिली कि विपिन इलाके में अपने पुराने साथियों से मिलने आने वाला है। उसी आधार पर पुलिस ने जहांगीरपुरी में जाल बिछाया और उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी ने अपराध में अपनी संलिप्तता स्वीकार की और बताया कि दीपक पत्रकार के कहने पर वह प्रिंस गैंग में शामिल हुआ था। दीपक उसकी कॉलोनी का पड़ोसी और बचपन का दोस्त था। दोनों ने मिलकर गैंग को मजबूत करने के लिए नरेंद्र गैंग के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था।
पूछताछ में विपिन ने स्वीकार किया कि घटना की रात वह खुद चाकू और देसी कट्टे से लैस होकर मौके पर पहुंचा था और नरेंद्र गैंग पर जानलेवा हमला किया था।
आरोपी की पृष्ठभूमि के अनुसार, उसने 9वीं कक्षा तक पढ़ाई की थी और फिर पारिवारिक आर्थिक स्थितियों के कारण पिता के साथ आजादपुर मंडी में मजदूरी करने लगा। अपराध की दुनिया में उसका पहला कदम दीपक पत्रकार के संपर्क में आने के बाद पड़ा, जिसने उसे प्रिंस गैंग में शामिल करवा दिया।
फिलहाल क्राइम ब्रांच आरोपी से गहन पूछताछ कर रही है और इस गैंगवार से जुड़े अन्य फरार आरोपियों की तलाश में भी छापेमारी जारी है। इस गिरफ्तारी को गैंगवार की कड़ी में बड़ी सफलता माना जा रहा है, जिससे इलाके में दहशत के माहौल को शांत करने में मदद मिलेगी।


