APK Scam: APK स्कैम से सावधान: भारत में तेजी से बढ़ रहा साइबर फ्रॉड, जानें कैसे बचें
रिपोर्ट, हेमंत कुमार।
भारत में साइबर अपराध लगातार नई चालें चल रहे हैं और अब उनका सबसे नया हथियार है APK स्कैम। यह डिजिटल घोटाला इतनी तेजी से फैल रहा है कि हर एंड्रॉइड यूज़र संभावित शिकार बन सकता है। दिल्ली पुलिस और अन्य राज्यों की साइबर इकाइयों ने हाल के महीनों में इसके कई मामले उजागर किए हैं, जिनमें करोड़ों रुपये की ठगी सामने आई है।
क्या है APK स्कैम?
APK यानी Android Package Kit — यह फाइल एंड्रॉइड फोन में किसी ऐप को इंस्टॉल करने के लिए इस्तेमाल होती है। स्कैमर्स फर्जी APK फाइलें बनाकर WhatsApp या SMS के जरिए यूज़र्स को भेजते हैं। ये फाइलें देखने में सरकारी या बैंकिंग ऐप जैसी लगती हैं—जैसे ट्रैफिक चालान, बैंकिंग अपडेट, सब्सिडी फॉर्म या यहां तक कि शादी का निमंत्रण। जैसे ही यूज़र इन ऐप्स को इंस्टॉल करता है, फोन का पूरा कंट्रोल साइबर अपराधियों के हाथ में चला जाता है। वे बैंकिंग डिटेल्स चुरा लेते हैं और खाते से पैसे साफ कर देते हैं।
यह स्कैम कैसे काम करता है?
-
सोशल इंजीनियरिंग – स्कैमर्स खुद को सरकारी अधिकारी, बैंक एजेंट या कूरियर सर्विस बताकर WhatsApp/SMS पर मैसेज भेजते हैं।
-
मैलवेयर डिलीवरी – मैसेज में एक लिंक होता है, जिस पर क्लिक करने से फर्जी APK डाउनलोड हो जाती है।
-
परमिशन हाईजैक – ऐप इंस्टॉल होते ही SMS, नोटिफिकेशन, कॉन्टैक्ट्स, कॉल लॉग और यहां तक कि स्क्रीन शेयरिंग की परमिशन मांगती है।
-
डेटा चोरी और धोखाधड़ी – इसके बाद OTP इंटरसेप्ट कर लिए जाते हैं, बैंकिंग ऐप्स मिरर हो जाते हैं और फिक्स्ड डिपॉजिट तक गायब कर दिए जाते हैं। पैसे को म्यूल अकाउंट्स या क्रिप्टो वॉलेट्स में ट्रांसफर कर दिया जाता है।
असली मामले जिन्होंने खतरे की घंटी बजाई
-
दिल्ली पुलिस आउटर नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट ने 2023 में जामताड़ा और मुर्शिदाबाद से PAN-India स्कैम पकड़ा। इसमें 2500+ पीड़ितों से करोड़ों की ठगी की गई।
-
हैदराबाद में ₹6 लाख की ठगी सिर्फ एक “फर्जी RTO चालान APK” से WhatsApp पर हुई।
-
महाराष्ट्र में शादी का डिजिटल निमंत्रण APK इंस्टॉल करने पर एक परिवार से ₹1.9 लाख की चोरी हो गई।
यह स्कैम इतना खतरनाक क्यों?
भारत में लगभग 750 मिलियन एंड्रॉइड यूज़र हैं। इतने बड़े यूज़र बेस को स्कैमर्स टारगेट करना आसान है। खास बात यह है कि ठग 10–12 फर्जी APK फाइलों को बार-बार अलग-अलग नामों से इस्तेमाल करते हैं। जैसे:
-
sbi.apk – बैंकिंग सहायता या KYC अपडेट
-
challan.apk – ट्रैफिक चालान भुगतान
-
pmkisan.apk – किसान सब्सिडी फॉर्म
-
aadhaarupdate.apk – आधार कार्ड अपडेट
-
weddinginvite.apk – शादी का डिजिटल कार्ड
-
electricitybill.apk – बिजली बिल पेमेंट
इन्हें मामूली बदलाव के साथ फिर से फैलाया जाता है—जैसे sbiupdate.apk या sbibank.apk। वितरण के लिए WhatsApp ग्रुप, Telegram चैनल और डार्क वेब का इस्तेमाल होता है।
नागरिकों के लिए सुरक्षा टिप्स
-
हमेशा ऐप्स सिर्फ Google Play Store से ही इंस्टॉल करें।
-
किसी भी WhatsApp/SMS लिंक पर क्लिक न करें।
-
अनावश्यक ऐप परमिशन को मना करें।
-
किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत रिपोर्ट करें: cybercrime.gov.in या हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करें।
APK स्कैम भारत का सबसे तेजी से फैलता डिजिटल घोटाला बन चुका है। इसका शिकार कोई भी हो सकता है—चाहे छात्र हो, व्यापारी या गृहिणी। ऐसे में सतर्कता ही सबसे बड़ा हथियार है। याद रखें—आपकी जागरूकता ही आपकी सबसे मजबूत फ़ायरवॉल है।



