Delhi Blind Murder Case: दिल्ली के बदरपुर में युवक की हत्या कर मोबाइल लूटने वाले तीन आरोपी 72 घंटे में गिरफ्तार
रिपोर्ट: हेमंत कुमार
दिल्ली के दक्षिण-पूर्वी जिले के बदरपुर इलाके में हुई एक सनसनीखेज हत्या और लूट की वारदात को दिल्ली पुलिस ने महज 72 घंटे के भीतर सुलझाकर बड़ी कामयाबी हासिल की है। यह मामला एक ब्लाइंड मर्डर-कम-रॉबरी केस था, जिसमें ना कोई गवाह था, ना ही शुरुआत में मृतक की पहचान। बावजूद इसके, पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर हत्या में इस्तेमाल चाकू, लूटा गया मोबाइल फोन और स्कूटी बरामद कर ली है।
घटना 26 जुलाई की सुबह करीब 5:51 बजे सामने आई थी, जब कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि बदरपुर बस स्टैंड के पास एक युवक लहूलुहान हालत में पड़ा है। पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और घायल युवक को एम्स ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटनास्थल पर बिखरे खून के निशान और फ्लाईओवर के नीचे खाली फुटपाथ ने इस मामले को और पेचीदा बना दिया। मृतक के पास कोई पहचान पत्र नहीं मिला था, लेकिन सघन पड़ताल के बाद उसकी पहचान मखबूल अकरम के रूप में हुई, जो बिहार के पश्चिम चंपारण का रहने वाला था और फिलहाल दिल्ली के मिथापुर एक्सटेंशन में रह रहा था।
जांच की जिम्मेदारी ऑपरेशंस यूनिट, स्पेशल स्टाफ और टेक्निकल विंग को सौंपी गई। पुलिस ने करीब 1000 से ज्यादा CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली। एक संदिग्ध सफेद स्कूटी, जिसकी हेडलाइट टूटी हुई थी और जो गलत दिशा में चल रही थी, पर पुलिस की नजर पड़ी। फुटेज में स्कूटी पर तीन युवक बार-बार बदरपुर इलाके में घूमते हुए दिखाई दिए। आखिरकार अरपन विहार के एक कैमरे में तीनों के चेहरे साफ तौर पर कैद हो गए।
HC मोहित की मेहनत रंग लाई और स्कूटी चलाने वाले युवक की पहचान मोसिन उर्फ नूर के रूप में हुई, जो हरियाणा के बसंतपुर स्थित एक OYO होटल में काम करता था। उसे होटल से ही गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी निशानदेही पर दो अन्य आरोपी दीपक और हिमांशु को भी मोलरबंद गांव से गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में तीनों ने अपना जुर्म स्वीकार किया। उन्होंने बताया कि वे नशे के आदी हैं और पिछले कुछ समय से होटल में ही रह रहे थे। पैसों की तंगी के चलते लूट की योजना बनाई। घटना वाले दिन उन्होंने बदरपुर बस स्टैंड पर एक युवक को मोबाइल में व्यस्त देखा और उसे लूटने का फैसला किया। जैसे ही दीपक ने इशारा किया, हिमांशु ने युवक को चाकू से गोद डाला और तीनों लूटा हुआ मोबाइल लेकर मौके से फरार हो गए।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में हिमांशु के खिलाफ पहले से छह आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि मोसिन और दीपक पर पहली बार मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से वारदात में इस्तेमाल की गई स्कूटी, चाकू, लूटा गया मोबाइल और घटनाक्रम के समय पहने गए कपड़े भी बरामद कर लिए हैं।
इस पूरे ऑपरेशन में स्पेशल स्टाफ और ANS/SED की टीम, विशेषकर हेड कांस्टेबल और कांस्टेबलों की मेहनत और तकनीकी विश्लेषण का अहम योगदान रहा। बदरपुर थाना पुलिस और जिला दक्षिण-पूर्व की टीम ने यह स्पष्ट कर दिया है कि राजधानी में अपराध कर कानून से बच पाना संभव नहीं है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट जल्द दाखिल कर उन्हें कड़ी सजा दिलाई जाएगी।


