Delhi Crime: दिल्ली पुलिस की बड़ी सफलता: 13 साल से फरार धोखाधड़ी और जालसाजी का आरोपी गिरफ्तार
रिपोर्ट: हेमंत कुमार
अपराध शाखा, उत्तरी रेंज-I ने धोखाधड़ी और जालसाजी के एक गंभीर मामले में लंबे समय से फरार चल रहे एक आरोपी को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। आरोपी की पहचान सुभाष पुत्र किशन चंद, निवासी शिव विहार, कराला, दिल्ली के रूप में हुई है। वह थाना अमन विहार में दर्ज एफआईआर संख्या 48/13, धारा 420/468/471/120बी/34 आईपीसी के मामले में पिछले 13 वर्षों से फरार था। माननीय न्यायालय द्वारा 1 अप्रैल 2025 को उसे उद्घोषित अपराधी (Proclaimed Offender) घोषित किया गया था।
ऑपरेशन और गिरफ्तारी
22 अगस्त 2025 को क्राइम ब्रांच को आरोपी के शिव विहार, कराला स्थित वर्तमान निवास पर होने की गुप्त सूचना मिली। एसीपी अशोक शर्मा के समग्र पर्यवेक्षण और इंस्पेक्टर पुखराज सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई, जिसमें एएसआई पवन, एचसी पवन, एचसी सचिन, एचसी नरेंद्र, एचसी हरजीत, एचसी मुकेश और कांस्टेबल मनोज शामिल थे। टीम ने तत्परता से जाल बिछाया और आरोपी को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया।
मामले का विवरण
अगस्त 2012 में आरोपी सुभाष ने अपने सहयोगी संजय के साथ मिलकर सुरेंद्र कुमार नामक व्यक्ति को 21 लाख रुपये का धोखा दिया। उसने राम बहादुर नामक व्यक्ति को 110 वर्ग गज की जमीन बेचने का नाटक किया, जिसे बाद में राम बहादुर ने वर्तमान शिकायतकर्ता को बेच दिया। जब शिकायतकर्ता ने जमीन पर निर्माण शुरू करने की कोशिश की, तो आरोपी सुभाष वहां पहुंचा और स्वयं को मालिक बताकर निर्माण रुकवा दिया। इस मामले में जांच शुरू हुई, लेकिन आरोपी कभी भी जांच में शामिल नहीं हुआ और फरार हो गया।
पूर्व आपराधिक इतिहास
सुभाष का पहले भी आपराधिक इतिहास रहा है। वर्ष 2013 में थाना कंझावला में उसके खिलाफ एफआईआर संख्या 339/13, धारा 420/467/468/471/34 आईपीसी दर्ज की गई थी।
पुलिस की टिप्पणी
डीसीपी (क्राइम ब्रांच) विक्रम सिंह, आईपीएस ने बताया कि यह गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस की अपराधियों के खिलाफ लगातार चल रही मुहिम का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि फरार और घोषित अपराधियों के खिलाफ अभियान आगे भी जारी रहेगा।


