Delhi Crime: दिल्ली विजय विहार डकैती कांड का खुलासा, दो कुख्यात अपराधी गिरफ्तार
रिपोर्ट: हेमंत कुमार
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए दो कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जो हाल ही में विजय विहार थाना क्षेत्र में चाकू की नोक पर की गई लूट की वारदात में शामिल थे। इस कार्रवाई से न सिर्फ डकैती का मामला सुलझा है, बल्कि कई पुराने संगीन अपराधों का भी पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लूटा गया मोबाइल फोन और वारदात में इस्तेमाल चाकू बरामद कर लिया है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान भावेश कुमार कालरा उर्फ भव्य (25), निवासी विजय विहार और दीपक उर्फ जूडी (24), निवासी बुध विहार के रूप में हुई है। दोनों अपराधी पहले भी हत्या जैसे गंभीर मामलों में जेल की सजा काट चुके हैं और हाल ही में जमानत पर बाहर आए थे। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, भावेश विजय विहार में दर्ज हत्या के मामले में सात साल जेल में रहा था जबकि दीपक बुध विहार हत्या मामले में पांच साल जेल में बंद था। दोनों जेल से छूटने के बाद फिर से अपराध की दुनिया में लौट आए।
21 अगस्त 2025 की रात लगभग 10:15 बजे यह घटना घटी। पीड़िता रेखा, जो बुध विहार फेज-1 में रहती हैं, अपने घर के सामने पानी भर रही थीं। तभी भावेश और उसके साथियों ने चाकू दिखाकर उन्हें धमकाया और उनका मोबाइल फोन, पर्स जिसमें 2000 रुपये थे और कान की बाली छीन ली। इस वारदात के बाद पीड़िता की शिकायत पर विजय विहार थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज की।
29 अगस्त को अपराध शाखा को गुप्त सूचना मिली कि आरोपी दीपक मंगोलपुरी और भावेश रोहिणी सेक्टर-4 स्थित लाल क्वार्टर के पास मौजूद हैं। इस सूचना पर तुरंत एक टीम गठित की गई जिसमें निरीक्षक पुखराज सिंह, उप निरीक्षक निरंजन, एएसआई पवन सहित कई पुलिसकर्मी शामिल थे। जाल बिछाकर दोनों आरोपियों को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस जांच से पता चला है कि दोनों अपराधी नशे के आदी हैं और आर्थिक तंगी के कारण अपराध की दुनिया में उतरे। भावेश गांजे का आदी है जबकि दीपक स्मैक का सेवन करता है। दोनों की शिक्षा दसवीं तक ही हुई थी और इसके बाद गलत संगत और खराब हालात ने उन्हें अपराध की ओर धकेल दिया।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त चाकू और लूटा गया ओप्पो मोबाइल फोन बरामद कर लिया है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों से और भी मामलों का खुलासा हो सकता है।


