Janta Gang Exposed: दिल्ली-हरियाणा में दहशत फैलाने वाला ‘जनता गैंग’ बेनकाब: आठ शार्प शूटर और सहयोगी गिरफ्तार
रिपोर्ट: हेमंत कुमार
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक बड़ी कार्रवाई में गैंगस्टर गुरजन्त सिंह उर्फ ‘जनता’ के आठ गुर्गों को गिरफ्तार कर पूरे गिरोह का पर्दाफाश कर दिया है। ये सभी आरोपी दिल्ली और हरियाणा में दहशत फैलाने वाली आपराधिक घटनाओं में लिप्त थे। पुलिस ने इनके पास से भारी मात्रा में हथियार, कारतूस और मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
8 अप्रैल 2025 को दिल्ली के आनंद विहार इलाके में एक व्यापारी के घर पर फायरिंग की घटना सामने आई थी। इससे एक महीने पहले, उसी व्यापारी को एक अंतरराष्ट्रीय नंबर से कॉल कर पांच करोड़ रुपये की फिरौती मांगी गई थी। शुरुआती जांच में ही पुलिस को गैंगस्टर जनता के नेटवर्क का संदेह हुआ, जो फिलहाल विदेश से पूरे गिरोह को ऑपरेट कर रहा था।
मुख्य आरोपी सुमित घांगस की गिरफ्तारी के बाद मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने करनाल, पानीपत और अंबाला में दबिश देकर सुमित के भाई राहुल घांगस समेत अन्य आरोपियों को दबोच लिया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि जेल में रहते हुए राहुल घांगस ने जनता गैंग से संपर्क स्थापित किया था और फिर उसी के इशारे पर गैंग को लॉजिस्टिक और फायरिंग जैसे ऑपरेशन में मदद देने लगा।
गिरफ्तार आरोपियों में केवल शूटर्स ही नहीं बल्कि हथियार सप्लायर और नेटवर्क मैनेजर भी शामिल हैं। पुलिस ने इनके पास से तीन अर्ध-स्वचालित पिस्तौल, दो देसी कट्टे, 69 जिंदा कारतूस और तीन मोबाइल फोन बरामद किए हैं। यह गिरोह हथियारों की सप्लाई चंडीगढ़ से करता था और फिर घटनाओं को अंजाम देकर हरियाणा के विभिन्न हिस्सों में छिप जाता था।
गैंगस्टर जनता का नेटवर्क अंबाला और पानीपत में गहराई से फैला हुआ था, जिसे क्राइम ब्रांच की सतर्कता और सटीक कार्रवाई ने हिला कर रख दिया। डीसीपी क्राइम आदित्य गौतम की निगरानी में एसीपी रमेश लांबा और इंस्पेक्टर सतेंद्र मोहन की टीम ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। इस गिरफ्तारी से न केवल राजधानी में अपराध पर अंकुश लगेगा, बल्कि अंतरराज्यीय अपराधियों के नेटवर्क पर भी करारा प्रहार हुआ है।


