SIM Swapping Protection: साइबर सुरक्षा विचार – आज ही सिम स्वैपिंग से बचाव के लिए करें ये दो काम
क्या आप जानते हैं कि आपके मोबाइल नंबर का गलत हाथों में जाना आपके बैंक खाते, ईमेल और सोशल मीडिया तक एक्सेस देने के बराबर है? सिम स्वैपिंग इसी खतरे का सबसे खतरनाक रूप है—और इसे रोकना आपके हाथ में है। आज का साइबर सुरक्षा विचार एक ऐसा उपाय है जो मिनटों में आपकी डिजिटल सुरक्षा को अगले स्तर पर ले जा सकता है।
सिम स्वैपिंग को कहें अलविदा – दो आसान लेकिन प्रभावी कदमों से
सिम स्वैपिंग एक ऐसी धोखाधड़ी है जिसमें साइबर अपराधी आपका मोबाइल नंबर अपने नाम पर ट्रांसफर कर लेते हैं। इसके बाद वे OTP के जरिए आपके बैंक, सोशल मीडिया, ईमेल आदि को हैक कर लेते हैं। लेकिन दो सरल परतें—कैरियर लेवल PIN और SIM लॉक या पोर्ट फ्रीज़—इस पूरे खेल को बेकार बना सकती हैं।
पहला कदम: मोबाइल कैरियर के साथ PIN या पासवर्ड सेट करें
यह एक अतिरिक्त सुरक्षा कोड होता है जो कोई भी व्यक्ति SIM बदलने, रिप्लेस करने या पोर्ट करने की कोशिश करता है, तो उसे देना जरूरी होता है।
गुप्त कोड क्या होता है?
चार या छह अंकों का पिन या अल्फान्यूमेरिक पासवर्ड जिसे मोबाइल ऑपरेटर मांगता है।
ऐसे एक्टिवेट करें:
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Airtel: 121 डायल करें → “Login” → “Set Secret PIN”
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Jio: 1991 डायल करें → IVR निर्देशों का पालन करें
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VI: 199 डायल करें → “Account Settings” → “SIM Security PIN”
जब ऑपरेटर से जुड़ जाएं, “SIM Swap PIN” या “Porting Password” का अनुरोध करें। आधार लिंक मोबाइल, जन्मतिथि या बिल डिटेल जैसे पहचान प्रमाण दें।
बेस्ट प्रैक्टिस:
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1234 या जन्मवर्ष जैसे आसान नंबरों से बचें
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हर 3–6 महीने में पिन बदलें
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याद रखें, कहीं लिखकर न रखें
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कोई पूछे तो तुरंत PIN बदलें
दूसरा कदम: SIM Lock या Port Freeze ऑन करें
यह कैरियर फीचर आपके नंबर को तब तक पोर्ट या स्वैप नहीं होने देता जब तक आप खुद इसकी इजाजत न दें।
SIM Lock क्या है?
आपके नंबर पर कोई दूसरा सिम एक्टिव नहीं हो सकता।
Port Freeze क्या है?
आपका नंबर बिना आपकी मर्जी किसी दूसरे नेटवर्क पर पोर्ट नहीं हो सकता।
कैसे ऑन करें:
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अपने मोबाइल ऐप या सेल्फ-केयर पोर्टल में जाएं
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Security या SIM Settings में “SIM Lock” और “Port Freeze” ऑन करें
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नहीं मिले तो कस्टमर केयर को कॉल करें और वेरिफिकेशन के बाद यह सुविधा एक्टिव कराएं
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जरूरत पड़ने पर सर्विस सेंटर जाएं, ID लेकर
जागरूकता जरूरी है:
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समय-समय पर लॉगिन करके स्टेटस चेक करें
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असली जरूरत पर लॉक हटाकर काम करें और बाद में दोबारा लॉक लगाएं
निष्कर्ष: अपनी मोबाइल पहचान को एक किले में बदलें
जब आप एक मजबूत कैरियर PIN और SIM लॉक/पोर्ट फ्रीज़ सुविधा को एक्टिवेट कर लेते हैं, तो कोई भी हमलावर—even if they have your Aadhaar or other ID—आपके नंबर को चुरा नहीं सकता।


