Delhi Crime Branch: मंगोलपुरी में लूट की वारदात 24 घंटे में सुलझी, कुख्यात अपराधी मोहम्मद कैफ समेत चार गिरफ्तार
रिपोर्ट: हेमंत कुमार
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह अपराध के खिलाफ कितनी तेज़ और प्रतिबद्ध है। मंगोलपुरी थाना क्षेत्र में बंदूक की नोक पर हुई लूट की एक सनसनीखेज वारदात को महज 24 घंटे के भीतर सुलझाते हुए एक कुख्यात अपराधी मोहम्मद कैफ और उसके तीन नाबालिग साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह मामला 1 अगस्त 2025 को उस समय सामने आया जब दो भाई कमेटी की राशि लेकर लौट रहे थे और बीच रास्ते में हथियारों से लैस बदमाशों ने लूट को अंजाम दिया।
1 अगस्त की रात करीब 9 बजे शिकायतकर्ता देव, अपने भाई सौरभ के साथ एस ब्लॉक मंगोलपुरी निवासी अरुण गौतम से 98,000 रुपये की कमेटी की राशि लेकर अपने घर लौट रहा था। जैसे ही वे इंदिरा गांधी पार्क के पास पहुंचे, चार युवकों ने उन्हें रोका, गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी दी। शिकायतकर्ता ने तुरंत पहचान लिया कि उनमें से एक मोहम्मद कैफ है, जो मंगोलपुरी का ही रहने वाला है। एक युवक ने हवा में गोली चलाई और इसी डर के चलते देव और उसका भाई स्कूटी छोड़कर जान बचाने के लिए भाग गए। चारों आरोपी स्कूटी और उसमें रखे 98,000 रुपये लेकर फरार हो गए।
घटना के बाद मंगोलपुरी थाने में एफआईआर संख्या 562/25 दर्ज की गई जिसमें भारतीय न्यायक संहिता की धारा 311/3(5) बीएनएस और आर्म्स एक्ट की धाराएं 25/27/29 लगाई गईं। इस केस की गंभीरता को देखते हुए अपराध शाखा, उत्तरी रेंज-I की टीम को जांच की ज़िम्मेदारी सौंपी गई। निरीक्षक पुखराज सिंह और उप निरीक्षक निरंजन सिंह की टीम को एसीपी अशोक शर्मा के मार्गदर्शन में इस केस को हल करने की ज़िम्मेदारी दी गई।
2 अगस्त को क्राइम ब्रांच को गुप्त सूचना मिली कि आरोपी जापानी पार्क, रोहिणी सेक्टर-10 के पास देखे गए हैं। त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने वहां पहुंचकर मोहम्मद कैफ और तीनों नाबालिगों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में मोहम्मद कैफ ने खुलासा किया कि उसका शिकायतकर्ता देव और उसके भाई से पुराना झगड़ा था। उन्होंने पूर्व में उसके और उसके दोस्त वरुण के साथ मारपीट की थी। इसी रंजिश के चलते वरुण के जन्मदिन पर बदला लेने की योजना बनाई गई।
पूछताछ में यह भी सामने आया कि मोहम्मद कैफ का पारिवारिक और आर्थिक बैकग्राउंड बेहद कमजोर है। वह पढ़ाई नहीं कर सका और नशे की लत का शिकार हो गया। यही उसकी आपराधिक प्रवृत्ति का कारण बना। फिलहाल चारों को गिरफ़्तार कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।


