Investment Fraud: इन्वेस्टमेंट फ्रॉड: हाई प्रोफाइल लोगों के लिए बना साइबर जाल
Investment Fraud: : इन्वेस्टमेंट फ्रॉड: हाई प्रोफाइल लोगों के लिए बना साइबर जाल
रिपोर्ट: हेमंत कुमार
भारत में तेजी से बढ़ रही डिजिटल दुनिया के साथ-साथ साइबर अपराध भी एक खतरनाक रूप ले चुके हैं। विशेषकर इन्वेस्टमेंट फ्रॉड आजकल एक ऐसा साइबर जाल बन चुका है, जो समाज के एलीट वर्ग, जैसे डॉक्टर, इंजीनियर और सरकारी अधिकारी तक को अपना शिकार बना रहा है। यह अपराध अक्सर अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगों द्वारा संचालित किए जाते हैं जो लोगों की जल्दी अमीर बनने की इच्छा को हथियार बनाते हैं।
इन फ्रॉड स्कीमों की सबसे खतरनाक बात यह है कि ये शुरू में पूरी तरह से पेशेवर और आकर्षक लगती हैं। लेकिन कुछ चेतावनी संकेत (warning signs) हैं जिनसे इनसे बचा जा सकता है:
Guaranteed High Returns: जब भी कोई स्कीम बिना किसी जोखिम के अत्यधिक लाभ का दावा करे, तो सतर्क हो जाना चाहिए। ऐसा दावा लगभग हमेशा धोखाधड़ी होता है।
Pressure to Invest Quickly: जब कोई आपको तुरंत पैसा लगाने के लिए मजबूर करे या कोई मौका हाथ से निकल जाने की बात कहे, तो यह एक लाल झंडी है।
Lack of Transparency: अगर निवेश की जानकारी अस्पष्ट हो, दस्तावेज़ अधूरे हों या फर्म सत्यापित न हो, तो दूर रहना ही बेहतर है।
Unregistered Entities: किसी भी निवेश से पहले सुनिश्चित करें कि संबंधित संस्था SEBI या RBI में पंजीकृत है।
इन फ्रॉड्स के कई प्रकार हैं जो आमतौर पर इस्तेमाल किए जाते हैं:
Ponzi Schemes: पुराने निवेशकों को नए निवेशकों के पैसों से भुगतान किया जाता है, जब तक कि यह ढांचा ढह न जाए।
Pump-and-Dump Scams: किसी स्टॉक को झूठी खबरों से बढ़ावा दिया जाता है, और जब कीमत ऊपर जाती है, तो अपराधी ऊंचे दाम पर बेचकर भाग जाते हैं।
Cryptocurrency Scams: नकली क्रिप्टोकरेंसी और टोकन, जो असाधारण लाभ का वादा करते हैं, लेकिन अंततः पूरी तरह से बेकार होते हैं।
Unsolicited Offers: अचानक आए ईमेल, कॉल या मैसेज के माध्यम से गोल्ड ट्रेडिंग स्कीम जैसी योजनाएं, जो जांच में झूठी निकलती हैं।
स्वयं को बचाने के लिए कुछ आवश्यक कदम हैं:
Verify Before Investing: किसी भी स्कीम में निवेश करने से पहले उसका बैकग्राउंड जरूर जांचें।
Check Compliance: देखें कि वह स्कीम SEBI या RBI के नियमों का पालन करती है या नहीं।
Report Suspicious Activity: अगर आपको किसी स्कीम पर संदेह हो, तो तुरंत cybercrime.gov.in, SEBI, या स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों को रिपोर्ट करें।
आज के डिजिटल युग में जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है। जितना अधिक हम सतर्क रहेंगे, उतना ही हम स्वयं और समाज को इन खतरनाक साइबर जालों से बचा पाएंगे।
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— Delhi Police (@DelhiPolice) August 22, 2025


