Fake HSRP Sites: आज का साइबर सुरक्षा विचार: फर्जी HSRP बुकिंग साइट्स से कैसे बचें
रिपोर्ट: हेमंत कुमार
पिछले सप्ताह राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (NCRP) पर एक घोटाले ने सबसे ज्यादा शिकायतें बटोरीं — वह था फर्जी हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (HSRP) बुकिंग वेबसाइट स्कैम। देशभर से 1,000 से अधिक शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें वाहन मालिकों को नकली वेबसाइट्स के ज़रिए ठगा गया।
धोखेबाजों ने भरोसेमंद नामों का सहारा लेते हुए Rosmerta, Real Mazon India, FTA HSRP Solutions जैसे अधिकृत विक्रेताओं के नाम पर नकली पोर्टल बना दिए। इन साइट्स का डिज़ाइन सरकारी पोर्टलों से मिलता-जुलता था, जिससे लोग भ्रमित हो गए और ऑनलाइन पेमेंट कर बैठे।
इस साइबर खतरे से बचने के लिए वाहन मालिकों को अपनाने चाहिए ये 7 जरूरी कदम:
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हमेशा अधिकृत वेबसाइट पर ही जाएं – जैसे Parivahan.gov.in या राज्य सरकार द्वारा अधिकृत विक्रेताओं की आधिकारिक साइट्स। गूगल सर्च के रिजल्ट्स में आने वाली पहली लिंक भी गलत हो सकती है—हमेशा डबल चेक करें।
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URL और SSL प्रमाणपत्र जांचें – फर्जी साइट्स अकसर असामान्य URLs (जैसे rosmertta.in या realmazon-booking.com) का प्रयोग करती हैं और इनमें HTTPS सिक्योरिटी लॉक भी नहीं होता। URL बार में लॉक आइकन और .gov.in या .com की स्पेलिंग सही होने की जांच करें।
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SMS, WhatsApp और सोशल मीडिया लिंक्स से सावधान रहें – “अभी HSRP बुक करें” जैसे मैसेजों में लिंक भेजे जाते हैं, जो सीधे फर्जी पोर्टल्स पर ले जाते हैं। ऐसे किसी लिंक पर क्लिक न करें।
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पेमेंट से पहले डिटेल्स मिलान करें – UPI ID या QR कोड की वैधता जांचें। केवल वही बैंक डिटेल्स स्वीकारें जो आधिकारिक साइट पर दिए गए हैं।
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जरूरत हो तो RTO जाएं – यदि ऑनलाइन साइट को लेकर संदेह है, तो स्थानीय आरटीओ से संपर्क करें या ट्रांसपोर्ट विभाग की वेबसाइट पर सूचीबद्ध अधिकृत एजेंट से बात करें।
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संदेहास्पद साइट दिखे? तुरंत रिपोर्ट करें – cybercrime.gov.in या स्थानीय साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत करें। त्वरित शिकायत से स्कैम्स को बंद करना आसान होता है।
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इस जानकारी को साझा करें – परिवार, दोस्त, ऑफिस स्टाफ को भी यह सावधानी बताएं। साइबर जागरूकता जितनी फैलेगी, स्कैमर्स की गुंजाइश उतनी घटेगी।
याद रखें: आपकी एक छोटी सतर्कता आपको हजारों की ठगी से बचा सकती है। ऑनलाइन सुरक्षित रहें — और सड़क पर भी।


