NPCI UPI update: UPI की ‘भुगतान अनुरोध’ सुविधा बंद, NPCI का साइबर सुरक्षा में बड़ा कदम
रिपोर्ट: हेमंत कुमार
नई दिल्ली: भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने एक साहसिक और रणनीतिक कदम उठाते हुए UPI की वह सुविधा बंद कर दी है, जो उपयोगकर्ताओं को पैसे मांगने की अनुमति देती थी। इस फैसले ने डिजिटल सुरक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण जीत दर्ज की है और छोटे साइबर ठगों के लिए चालें चलना मुश्किल बना दिया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह सुविधा अक्सर छोटे स्तर के धोखेबाजों द्वारा दुरुपयोग की जाती थी, विशेषकर मेवात और देवसीरस जैसे क्षेत्रों में। ये क्षेत्र तकनीकी रूप से कमजोर नहीं थे, बल्कि मानसिक और भावनात्मक सुरक्षा की दृष्टि से निशाने पर थे। ठग सोशल इंजीनियरिंग का इस्तेमाल करते हुए परिचितों या जान-पहचान वाले लोगों के रूप में भुगतान अनुरोध भेजते थे और पीड़ितों पर दबाव डालते थे।
NPCI ने केवल पैसे भेजने की सुविधा तक UPI को सीमित करके इस मानसिक और डिजिटल धोखाधड़ी को रोकने का रणनीतिक कदम उठाया। अब उपयोगकर्ता अजनबियों या नकली पहचान वाले लोगों से फर्जी “भुगतान अनुरोध” प्राप्त नहीं कर पाएंगे। केवल सत्यापित उपयोगकर्ता ही किसी को भुगतान अनुरोध भेज सकते हैं, जिससे नियंत्रण सीधे उपयोगकर्ता के हाथ में रहेगा।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह केवल तकनीकी अपडेट नहीं बल्कि व्यवहारिक फायरवॉल के समान है। यह सिद्धांत को मजबूत करता है कि डिजिटल भरोसा केवल कमाया जा सकता है, शोषित नहीं। NPCI का यह कदम याद दिलाता है कि साइबर सुरक्षा केवल प्रोटोकॉल या तकनीक तक सीमित नहीं है, बल्कि यह लोगों और उनके व्यवहार के बारे में भी है।
सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है, “अगर आप अनुरोध प्राप्त नहीं कर सकते, तो आप ठगे भी नहीं जा सकते।” और “जब मांगने की सुविधा बंद हो, तो ठगों की चाल भी बंद हो जाती है।”
यह निर्णय UPI प्लेटफॉर्म को सुरक्षित बनाने और डिजिटल लेनदेन में भरोसे को बनाए रखने की दिशा में एक मजबूत कदम माना जा रहा है।


