रिपोर्ट, हेमंत कुमार
दिल्ली के शाहबाद डेयरी हत्याकांड में बड़ी सफलता मिली है। क्राइम ब्रांच ने 10 महीने से फरार मुख्य आरोपी विकास उर्फ रंगा उर्फ नंगा को गिरफ्तार किया है, जो 10 लोगों के साथ मिलकर सनी नामक युवक की हत्या में शामिल था।
शाहबाद डेयरी हत्याकांड में बड़ी कामयाबी: मुख्य आरोपी ‘रंगा’ गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शाहबाद डेयरी हत्याकांड में 10 महीने से फरार चल रहे एक भगोड़े आरोपी को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। आरोपी की पहचान विकास कुमार उर्फ रंगा उर्फ नंगा (उम्र 29 वर्ष) के रूप में हुई है, जो इस नृशंस हत्या में शामिल 10 आरोपियों में से एक था।
हत्या की दिल दहला देने वाली वारदात
30 जून 2024 की रात करीब 10:15 बजे, सनी (उम्र 28 वर्ष) को खून से लथपथ हालत में बीएसए अस्पताल, रोहिणी लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जांच में सामने आया कि उसके शरीर और गुप्तांगों पर चाकू के कई गहरे घाव थे।
मामले की एफआईआर संख्या 480/2024 को शाहबाद डेयरी थाने में भारतीय दंड संहिता की धाराएं 302, 147, 148, 149, 34 और आर्म्स एक्ट की धाराएं 25/27 के तहत दर्ज किया गया था।
अजय उर्फ मोदी से था पुराना विवाद
पुलिस जांच में यह सामने आया कि सनी का आरोपी अजय उर्फ मोदी के साथ पुराना विवाद था। घटना के दिन अजय ने अपने 9 साथियों—गुड्डू, दद्दू, चेतन, दीपक उर्फ दीपू, रोशन, प्रकाश, सागर और विकास उर्फ रंगा—के साथ मिलकर सनी को पहले पीटा और फिर चाकू से गोदकर उसकी हत्या कर दी।
क्राइम ब्रांच की टीम ने दबोचा
डीसीपी हर्ष इंदौरा के निर्देशन में इंस्पेक्टर संदीप स्वामी और एसीपी नरेंद्र बेनीवाल के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। एसआई पंकज सरोहा और एएसआई सुनील कुमार को आरोपी के संबंध में खुफिया सूचना मिली कि वह दोस्त धर्म कांटा, मेन बवाना रोड, गांव शाहबाद दौलतपुर में किसी से मिलने आने वाला है।
टीम ने मौके पर घेराबंदी की और आरोपी विकास को पकड़ लिया। पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल किया और बताया कि वह भी अजय उर्फ मोदी की तरह शराब और आपराधिक गतिविधियों में लिप्त था।
आरोपी की पृष्ठभूमि
विकास कुमार उर्फ रंगा ने सिर्फ 8वीं कक्षा तक की पढ़ाई की थी। परिवार की आर्थिक हालत खराब होने के चलते उसने मजदूरी शुरू कर दी। इसी दौरान वह अजय उर्फ मोदी और अन्य अपराधियों की संगत में पड़ गया और हत्या जैसी गंभीर वारदात में शामिल हो गया।
शाहबाद डेयरी हत्याकांड में इस गिरफ्तारी से दिल्ली पुलिस को बड़ी राहत मिली है। हालांकि, अब भी अन्य आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस टीमें जुटी हुई हैं। यह गिरफ्तारी दिल्ली में कानून व्यवस्था बनाए रखने की दिशा में एक मजबूत कदम माना जा रहा है।


